१९ फ़रवरी को दिल्ली ६ का प्रीमियर था और इसका पुरा स्टार कास्ट, पीवीआर प्रिया पर इकठा था. मुफ्त की पेप्सी और पोपकोर्न एन्जॉय करते हुए यह फ़िल्म देखि और आपके लिए पेश इसका ठेठ अंदाज़ में रिव्यू-
राकेश मेहरा की नई फ़िल्म वास्तविकता के नजदीक होते हुए भी इससे काफ़ी दूर है. पुरानी दिल्ली के ताने बाने पर बनी यह फ़िल्म दिल्ली की कई खाशियत को दिखाता है.
नायक रौशन (अभिषेक बच्चन) अमेरिका में पला बढ़ा, और अपनी दादी वहीदा रहमान के साथ दिल्ली आता है और उसके बाद राम, राजनीती और दिल्ली ६ की कहानी चल पड़ती है...
यह फ़िल्म मीडिया की वर्त्तमान अवस्था पर एक कमेन्ट है. आईबीएन सेवेन पर आए काले बन्दर की कहानी पर फ़िल्म आधारित है...
कांस्टेबल के रोल में विजय राज दिल्ली के असली कांस्टेबल दिखे, जहा पुलिस में सिर्फ़ पैसा चलता है....जय लक्ष्मी मैया की.....दिल्ली के संकीर्ण मनोस्तिथि को कुछ हद तक दिखाने में सफर हुई है यह फ़िल्म. सोनम कपूर काफी खुबसूरत दिखी और फ़िल्म डिजाईन पर अच्छी मेहनत की गई है. ऐ.आर. रहमान का संगीत कर्णप्रिय है गेंदा फूल ने फ़िल्म में जान भरी है, और मसकली कबूतर के बहाने सोनल के ठुमके देखने का मौका मिला.
लेकिन फ़िल्म पूर्णतः बकवास है और इसे देखकर कम से कम पैसे तो वसूल नही होंगे.
क्या भैया,
ReplyDeleteआपने तो जलती आग पर पानी डाल दिया| बड़े मन से प्लान किया था की सन्डे को Delhi - 6 देखेंगे| लेकिन अब बड़े बडो की बात मानकर न देखने का फैसला किया है|
वैसे सोनम को देखने से पैसा वसूल न होगा क्या? आपने कहा खूबसूरत लगी है [;)]
आपका अनुज, शंकर