हजारो ख्वाहिशें ऐसी की हर ख्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले
मैं पिछले कुछ दिनों से पटना में हूँ. यहाँ BSNL के थ्रीजी नेटवर्क के प्रचार के सिलसिले में आया था. पहली बार बिहार में काम करने के लिए आया. बहुत खुश था मैं. लेकिन हाय रे मेरी किस्मत. यहाँ के निकम्मे और भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों ने मेरी आशाओ पर तुषारापात कर दिया. मै आज तक कभी फ़ेल नही हुआ, लेकिन बिहार के अनुभव ने मुझे बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया. पहली बार पता चला कि बिहार पिछ्डा क्यो हुआ है.
क्रमशः
No comments:
Post a Comment